दीवाली के दीप(कविता) दिसंबर 30, 2020 दीवाली के दीप ये, करते हैं संकेत।गौरव गरिमा को लिये, हम हैं सदा सचेत।।1।।जनसत्ता की ज्योति है, बलिदानों का तेल।देश-दीप निस्तेज है, बिना हुए यह मेल।ं।2।।बरेली के बरेली समाचार प़त्र के अज्ञात अंकमें प्रकाशित।